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Date added: 20.4.2015
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आधुनिक हिनदी कविता की मूरधनय कवियतरी शरीमती महादेवी वरमा के कावय में एक मारमिक संवेदना है। सरल-सुधरे परतीकों के माधयम से अपने भावों को जिस ढंग से महादेवीजी अभिवयकत करती हैं, वह अनयतर दुरलभ है। वासतव में उनका समूचा कावय एक चिरनतन और असीम परिय के परतिMoreआधुनिक हिन्दी कविता की मूर्धन्य कवियत्री श्रीमती महादेवी वर्मा के काव्य में एक मार्मिक संवेदना है। सरल-सुधरे प्रतीकों के माध्यम से अपने भावों को जिस ढंग से महादेवीजी अभिव्यक्त करती हैं, वह अन्यत्र दुर्लभ है। वास्तव में उनका समूचा काव्य एक चिरन्तन और असीम प्रिय के प्रति निवेदित है जिसमें जीवन की धूप-छाँह और गम्भीर चिन्तन की इन्द्रधनुषी कोमलता है। मेरी कविताएं - महादेवी (Hindi Poetry): Meri Kavitayen - Mahadevi by महादेवी वर्मा